जानिए डायबेटिक्स (शुगर बीमारी) और इस से होने वाली परेशानियों को Know Diabetics and it's Complications

डायबिटीज और इसके जटिल प्रभाव

डायबिटीज और इसके जटिल प्रभाव

आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में डायबिटीज (मधुमेह) एक बेहद आम लेकिन गंभीर बीमारी बन चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार भारत को “डायबिटीज कैपिटल” कहा जाने लगा है क्योंकि यहाँ डायबिटीज़ के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह रोग केवल बढ़े हुए ब्लड शुगर तक सीमित नहीं रहता, बल्कि समय के साथ कई गंभीर जटिलताओं का कारण बन जाता है।

डायबिटीज क्या है?

डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में इंसुलिन हार्मोन का निर्माण कम हो जाता है या शरीर उसका सही उपयोग नहीं कर पाता। इंसुलिन का कार्य भोजन से बनी ग्लूकोज़ को ऊर्जा में बदलना है। जब यह प्रक्रिया बाधित होती है तो खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है।

डायबिटीज के प्रकार

  • टाइप-1 डायबिटीज – शरीर इंसुलिन बनाना बंद कर देता है। ज़्यादातर बच्चों और युवाओं में।
  • टाइप-2 डायबिटीज – शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं करता। यह सबसे सामान्य प्रकार है।
  • गर्भावस्था संबंधी डायबिटीज – गर्भवती महिलाओं में अस्थायी रूप से होती है।

डायबिटीज के लक्षण

  • बार-बार पेशाब आना
  • अत्यधिक प्यास लगना
  • अचानक वजन घटना
  • थकान और कमजोरी
  • घाव या चोट का देर से भरना
  • धुंधला दिखाई देना

डायबिटीज से होने वाली जटिलताएँ

1. हृदय रोग (Heart Disease)

डायबिटीज के रोगियों में दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा दोगुना होता है।

2. गुर्दे की बीमारी (Kidney Disease)

उच्च शुगर लेवल से किडनी की रक्त नलिकाएँ क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिससे गुर्दे फेल हो सकते हैं।

3. आँखों की बीमारी (Diabetic Retinopathy)

डायबिटीज आँखों की रेटिना को नुकसान पहुंचाती है और अंधापन तक हो सकता है।

4. तंत्रिका तंत्र को नुकसान (Neuropathy)

हाथ-पैरों की नसों पर असर, सुन्नपन, जलन या दर्द।

5. पैरों की समस्या (Diabetic Foot)

खून का संचार कम होने से पैरों में घाव और अल्सर हो जाते हैं।

6. संक्रमण का खतरा (Infections)

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से बार-बार इंफेक्शन।

डायबिटीज से बचाव और नियंत्रण

  • संतुलित आहार लें – हरी सब्ज़ियाँ, फल, साबुत अनाज
  • नियमित व्यायाम – रोज़ाना पैदल चलें, योग करें
  • तनाव कम करें – मेडिटेशन और प्राणायाम
  • नियमित जांच – ब्लड शुगर, बीपी, कोलेस्ट्रॉल
  • धूम्रपान और शराब से दूरी
  • डॉक्टर की सलाह अनुसार दवा और इंसुलिन

निष्कर्ष

डायबिटीज केवल एक बीमारी नहीं, बल्कि जीवनशैली से जुड़ी चुनौती है। अगर इसे समय रहते गंभीरता से लिया जाए तो व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है। स्वस्थ आहार, व्यायाम और नियमित जांच से डायबिटीज पर नियंत्रण संभव है।

👉 आइए, हम सब मिलकर डायबिटीज के खिलाफ जागरूकता फैलाएँ।

Diabetes ek aisi bimari hai jisme body insulin ka sahi istemal nahi kar pati ya insulin ki kami hoti hai. Isse blood sugar levels badh jaate hain, jo kai complications ka kaaran ban sakte hain. 1. *Heart Disease*: Diabetes se heart disease ka khatra badh jaata hai. Yeh blood vessels ko nuksan pahunchata hai, jisse heart attack ya stroke ho sakta hai. 2. *Kidney Damage*: Diabetes se kidneys par bhi bura asar padta hai. Yeh kidney failure tak le ja sakta hai, jisse dialysis ki zaroorat pad sakti hai. 3. *Nerve Damage*: High blood sugar levels nerves ko nuksan pahunchate hain, jisse neuropathy hoti hai. Isse haath aur paon mein sujan, dard ya numbness mehsoos hota hai. 4. *Eye Problems*: Diabetes se retinopathy hoti hai, jisse aankhon ki roshni kam ho sakti hai ya andhapan bhi ho sakta hai. 5. *Foot Complications*: Diabetes se foot infections aur ulcers ka khatra badh jaata hai, jo kabhi-kabhi amputation tak le ja sakte hain jise adiabetic Foot bjmari ke naam se bhj jaana jata hai. 6. *Skin Conditions*: Diabetes se skin infections aur dusre skin problems bhi ho sakte hain.

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